
Cryptocurrency: नई दिल्ली, 1 मार्च 2025: आजकल क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने का चलन तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन इसके साथ ही धोखाधड़ी के मामले भी सामने आ रहे हैं। इसी बीच, दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने 500 करोड़ रुपये के क्रिप्टोकरेंसी घोटाले का पर्दाफाश किया और इस मामले में शामिल 8 लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
कैसे कर रहे थे ठगी?
यह गिरोह फर्जी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म और आकर्षक निवेश योजनाओं का लालच देकर लोगों से पैसे ऐंठ रहा था। ये लोग निवेशकों को बड़े मुनाफे का झांसा देकर उनकी क्रिप्टोकरेंसी और पैसे ठगते थे। पुलिस जांच में सामने आया कि पिछले दो सालों में हजारों लोग इस गिरोह का शिकार बने।
पुलिस ने कैसे पकड़ा?
साइबर क्राइम यूनिट ने डिजिटल ट्रांजेक्शन और ब्लॉकचेन डेटा की बारीकी से जांच की। इसके बाद दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में छापेमारी की गई, जहां से पुलिस ने 8 आरोपियों को पकड़ा। इनके पास से करोड़ों रुपये की क्रिप्टो संपत्ति और महंगी गाड़ियां भी बरामद हुई हैं।
पुलिस का बयान
इस ऑपरेशन की अगुवाई कर रहे आईपीएस अधिकारी राकेश सिंह ने कहा, “हमारी टीम ने कड़ी मेहनत कर इस गिरोह का भंडाफोड़ किया है। हम लोगों से अपील करते हैं कि वे किसी भी निवेश योजना में पैसा लगाने से पहले सावधानी बरतें और संदेह होने पर तुरंत पुलिस को जानकारी दें।”
क्या सीख सकते हैं निवेशक?
इस मामले से निवेशकों को एक बड़ी सीख मिलती है कि बिना सही जानकारी और रिसर्च के किसी भी स्कीम में पैसा नहीं लगाना चाहिए। क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले हमेशा अधिकृत प्लेटफॉर्म और एक्सचेंज का चुनाव करें।
भविष्य में क्या होगा?
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की पुलिस कार्रवाई से क्रिप्टो बाजार में पारदर्शिता आएगी और लोग सुरक्षित निवेश कर सकेंगे। यह खबर उन लोगों के लिए भी एक चेतावनी है जो बिना जांच-पड़ताल किए किसी भी योजना में पैसा लगाते हैं।
अगर आप भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं, तो सतर्क रहें, जागरूक रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत रिपोर्ट करें। 🚨
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BY AKASH AWASTHI